उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार तड़के सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल का सबसे पहले जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया। भगवान महाकालेश्वर का भांग, चंदन और आभूषणों से श्रृंगार किया गया। बाबा महाकाल को भस्म चढ़ाई गई। भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाला, मखाने की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण। फल और मिष्ठान का भोग लगाया। सोमवार अल सुबह भस्म आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान श्रद्धालु बाबा महाकाल की जयकारे भी लगा रहे थे। पूरा मंदिर बाबा की जयकारे से गुंजायमान हो रहा था।
भांग, चंदन और आभूषणों से बाबा महाकाल का श्रृंगार
- Post author:Jantantra Editor
- Post published:April 22, 2024
- Post category:देश
- Post comments:0 Comments
You Might Also Like
महागठबंधन के सीएम फेस होंगे तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी होंगे डिप्टी सीएम का चेहरा
बंगाल में दुर्गा पूजा पंडालों को ममता का तोहफा: 500 करोड़ का अनुदान, हर पंडाल को 1.10 लाख; भाजपा बोली – ‘ममता ने दुर्गा पूजा को बना दिया चुनावी प्रचार मंच’!